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एआई का आविष्कार कब हुआ था ? कृत्रिम बुद्धि का इतिहास कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का इतिहास क्या है - Azifam

 Come, today we will tell you about AI which you do not know : Azifam 


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का विकास एक जटिल और लंबी प्रक्रिया रही है, जिसमें विभिन्न शोधकर्ताओं, संस्थानों और कंपनियों ने योगदान दिया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में सबसे पहला महत्वपूर्ण कदम उन वैज्ञानिकों ने उठाया था जिन्होंने मानव मस्तिष्क की कार्यप्रणाली और सोच के तरीकों को समझने की कोशिश की थी। AI के पहले विकास के बारे में बात करते हुए, हमें इस प्रक्रिया में योगदान देने वाली कंपनियों और उनके प्रयासों को समझना होगा।






आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रारंभ  The beginning of artificial intelligence

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का अविष्कार एक प्रक्रिया थी, जो दशकों में फैली हुई थी। इसका जन्म विशेष रूप से 1950 के दशक में हुआ था, जब कंप्यूटर और गणना के क्षेत्र में नया जोश आया। AI की शुरुआत का श्रेय सबसे पहले "डॉ. एलन ट्यूरिंग" को जाता है, जिनका ट्यूरिंग टेस्ट (1950) आज भी AI के विकास का मापदंड माना जाता है। उन्होंने मानव और मशीन के बीच अंतर की पहचान करने का तरीका सुझाया। इसके बाद, इस विचार को साकार रूप देने के लिए कई शोधकर्ताओं और कंपनियों ने काम किया।







शुरुआती विकास और IBM का योगदान। Early development and IBM's contribution

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में सबसे पहले IBM (International Business Machines Corporation) ने महत्वपूर्ण कदम उठाए। 1956 में डार्टमाउथ सम्मेलन में जॉन मैककार्थी, मर्विन मिंस्की, नैथनियल रोचेस्टर और क्लाउड शैनन जैसे शोधकर्ताओं ने AI के संभावनाओं को स्पष्ट रूप से पेश किया। इस सम्मेलन को AI के इतिहास में मील का पत्थर माना जाता है। IBM ने शुरुआती दिनों में AI के शोध और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया, खासकर 1960 और 1970 के दशकों में, जब उसने अपने सुपरकंप्यूटरों के माध्यम से बुद्धिमत्ता की समस्याओं पर काम करना शुरू किया।







AI में पहला व्यावसायिक उत्पाद - First commercial product in AI 

1956 में IBM के वैज्ञानिकों ने पहले एआई आधारित प्रोग्राम को विकसित किया, जिसे "IBM 701" नामक कंप्यूटर में टेस्ट किया गया। हालांकि यह प्रारंभिक प्रयास केवल गणनात्मक समस्याओं तक सीमित थे, लेकिन यह पहली बार था जब कंप्यूटरों को सोचने और निर्णय लेने के लिए डिजाइन किया गया था। इसके बाद, IBM ने 1960 के दशक में "IBM 7090" जैसे कंप्यूटर सिस्टम पेश किए, जिनका उपयोग वाणिज्यिक और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए किया गया था।









1980 के दशक में एआई के नए प्रयोग - New experiments in AI in the 1980s 

1980 के दशक में जापान के एक निगम, "Fujitsu", ने AI के क्षेत्र में और अधिक उन्नति की। "Fujitsu" ने Expert Systems (विशेषज्ञ प्रणालियाँ) का निर्माण किया, जो विशिष्ट क्षेत्रों में निर्णय लेने में सक्षम थे। इन प्रणालियों ने वित्तीय, चिकित्सा, और अन्य क्षेत्रों में विश्लेषण और समस्याओं के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

1980 के दशक के मध्य में, IBM ने "Deep Blue" कंप्यूटर को विकसित करना शुरू किया, जो शतरंज खेलने के लिए डिज़ाइन किया गया था। 1997 में Deep Blue ने विश्व शतरंज चैंपियन गैरी कास्परोव को हराया, जो AI के एक बड़े मील के पत्थर के रूप में माना गया। यह सिद्ध हुआ कि AI न केवल डेटा प्रोसेसिंग में बल्कि मानव जैसी सोच प्रक्रिया में भी सक्षम हो सकता है।




माइक्रोसॉफ्ट और गूगल का योगदान Contribution of Microsoft and Gogle 

1990 के दशक में माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी कंपनियों ने AI की संभावनाओं को पहचाना और अपने-अपने उत्पादों में इसे शामिल करना शुरू किया। माइक्रोसॉफ्ट ने 1995 में "Windows 95" का लॉन्च किया और इसके बाद, AI के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए "Cortana" नामक एक आभासी सहायक को पेश किया।

गूगल ने 2000 के दशक के अंत में AI और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में अत्यधिक निवेश किया। गूगल की "Gogle DeepMind" ने 2016 में AI को एक नई दिशा दी, जब इसके AlphaGo प्रोग्राम ने दुनिया के बेहतरीन गो खिलाड़ी को हराया। इसने AI की क्षमता को और भी ऊंचा किया और यह साबित कर दिया कि AI विभिन्न प्रकार के जटिल खेलों में भी मानव मस्तिष्क को चुनौती दे सकता है। इसके बाद, गूगल ने AI के कई अन्य पहलुओं जैसे कि प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (NLP), छवि पहचान, और आवाज़ पहचान में भी नवाचार किए।





आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य की दिशा The future direction of artificial intelligence 

आज के समय में, AI ने लगभग हर उद्योग में अपना दखल बना लिया है। आईटी, स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्तीय सेवाएं, परिवहन और मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में AI का इस्तेमाल हो रहा है। आज, कंपनियाँ जैसे कि OpenAI, Tesla, Amazon, Microsoft और Gogle AI के विभिन्न पहलुओं पर काम कर रही हैं, जैसे कि भाषा मॉडल (GPT, BERT), ऑटोनोमस व्हीकल्स, स्मार्ट असिस्टेंट्स, और अन्य स्वचालित प्रणालियाँ।

OpenAI, जिसे 2015 में Elon Musk, Sam Altman, Greg Brockman और अन्य प्रमुख व्यक्तियों द्वारा स्थापित किया गया था, ने GPT (Generative Pre-trained Transformer) जैसे अत्याधुनिक भाषा मॉडल विकसित किए। OpenAI के मॉडल अब संवादात्मक AI, सृजनात्मक लेखन, और अन्य कार्यों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।





निष्कर्ष conclusion

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अविष्कार एक सामूहिक प्रयास था, जिसमें विभिन्न वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और कंपनियों ने मिलकर इस क्षेत्र को विकसित किया। IBM, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, और OpenAI जैसी कंपनियाँ इसके विकास में अग्रणी रही हैं। AI का भविष्य बहुत ही रोमांचक है, क्योंकि यह तकनीक अब हम सबकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुकी है और आने वाले समय में इसके और भी अधिक उपयोग सामने आएंगे।









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